चौकोर के स्थान पर गोलाकर बनेगी ऐतिहासिक हनुमान धोरा की टंकी 

चौकोर के स्थान पर गोलाकर बनेगी ऐतिहासिक हनुमान धोरा की टंकी 


सुजानगढ़ (नि.सं.)। स्थानीय हनुमान धोरा स्थित पानी की टंकी अब इतिहास बनने जा रही है। शहर की सबसे बड़ी व सबसे उंचाई पर स्थित यह उच्च जलाशय वर्तमान समय में चौकोर आकृति में बना हुआ है, जो अब नाकारा हो जाने के कारण गिराया जायेगा। 
 जलदाय विभाग के अधिशाषी अभियंता रामावतार सैनी ने बताया कि इस टंकी को गिराकर इसके स्थान पर नई पानी की टंकी बनाने के लिए 1 करोड़ 39 लाख का वर्क ऑर्डर हो चुका है। सैनी ने बताया कि सबसे पहले टंकी की पेयजल लाईनों को टंकी से बाहर शिफ्ट किया जायेगा। अर्थात् डाईरेक्ट लाईनों को जोड़कर सीधे गणेश मंदिर के पास स्थित पम्प से प्रेशर से सप्लाई किया जायेगा। 

15-20 दिनों के धैर्य की आवश्यकता - 
 एक्सईएन रामावतार सैनी ने बताया कि लाईन शिफ्ट कर पेयजल आपूर्ति सुचारू करने के इस कार्य में 15-20 दिनों का वक्त लग सकता है। जिससे कई बार अनेक स्थानों पर कम प्रेशर के साथ और अनेक स्थानों पर ज्यादा प्रेशर के साथ पानी की सप्लाई आ सकता है, इसलिए उपभोक्ताओं से कुछ दिनों के लिए धैर्य बनाने की अपील की जा रही है। 

10-15 दिनों की मेहमान है टंकी - 
 करीब 55 साल पहले खेतान राजकीय जल प्रदाय योजना के तहत बनी इस 1350 केएल पानी की क्षमता वाली टंकी का तत्कालीन मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया ने 24 अक्टूबर 1969 को उद्घाटन किया था। तब से लेकर अब तक यह टंकी लगातार सेवाएं दे रही हैं। लेकिन हाल ही के सालों में इसके कई हिस्से काफी जर्जर हो गए, जिसके कारण इसको मात्र 10-15 दिनों में ही डिसमेंटल करके दुबारा बनाया जायेगा। 

इस बार बनेगी गोलाकार टंकी - 
 जलदाय विभाग के अधिशाषी अभियंता रामावतार सैनी ने बताया कि 55 साल पहले उस समय की सबसे उच्च तकनीक से इस टंकी का निर्माण करवाया गया था, लेकिन अब परम्परागत रूप से गोलाकार टंकी का निर्माण यहां पर किया जायेगा। टंकी की पेयजल क्षमता 1350 केएल पानी ही होगा। करीब आठ माह में यह कार्य पूरा होना है।