स्कूली बच्चो को फल वितरित करते हुए धर्म का पाठ पढ़ाया
अलवर
धर्म की रक्षा के लिए सन 1705 में श्री गुरु गोविंद सिंह जी व उनके नन्हे 4 साहबजादों सहित सिक्ख संगत ने किस प्रकार अपनी कौम अपने मजहब अपनी मातृभूमि की रक्षा हेतु बलिदान दिया अगर इसका वर्णन मात्र भी किया जाए तो रूह न कांपे ऐसा हो नही सकता परन्तु दुर्भाग्य इस बात का है कि नौजवान पीढ़ी व बच्चे इतनी सार्थक शहादत बेला को न जानते हुए पाश्चात्य संस्कृति के पर्वो को हर्षोल्लास से मनाते है, इसी को केंद्र में रखते हुए पंजाबी युवा समिति 23 दिसबर से 29 दिसम्बर 2022 को शहीदी सप्ताह के रूप में मना रही है। सप्ताह है दूसरे दिन शनिवार दोपहर को समित्ति के पदाधिकारी बुद्ध विहार स्थित आप साथ दो सेवा समिति के सेवा स्थल जहाँ झुग्गी की बच्चो को शिक्षा से जोड़ा जाता है, वहां पहुचकर गुरुजी व उनके चार साहिबजादों सहित सिक्ख संगत के बलिदान की गाथा सुनाई कार्यक्रम में बतौर अतिथि पुरुषार्थी प्रबुद्धजन चरनजीत सुनेजा एवम विशिष्ठ अतिथि LIET कॉलेज से व्याख्याता नितिन गांधी रहे। अतिथियों ने कहा कि युवा समिति का ये कदम वाकई काबिले तारीफ हैं, शहीदी सप्ताह के दौरान प्रतिदिन विभिन्न तरह के आयोजन किये जायेंगे। कार्यक्रम में संचालन व उद्बोधन करते हुए समिति के महासचिव सौरभ कालरा ने बताया कि रात्रि रेलवे स्टेशन,बिजली घर पहुचकर निराश्रितों व असहायों को दूध वितरण किया जाएगा इसी के साथ पूरे सप्ताह विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर शहादत की गाथा दुनिया को सुनाई जाएगी । कार्यक्रम की समाप्ति पर सभी बच्चो से गुरुजी के पद चिन्हों पर चलकर धर्म व मातृभूमि पहले बाकी सब बाद में का संकल्प दिलाया गया। अंत मे केला व सेव का प्रसाद प्रत्येक बच्चे को वितरित किया गया कार्यक्रम में राजू धवन,राजेश मक्कड़, सौरभ कालरा, रवि लाम्बा, जीतू घाई, मनमोहन सिंह उपस्थित रहे।