60 साल पुराने मंदिर को बचाने के लिए सर्व समाज हुआ एकजुट, बैठक का आयोजन कर बनाई रणनीति
सरदारशहर। शहर के बीकानेर रोड स्थित 60 साल पुराने करणी माता मंदिर को जोधपुर हाई कोर्ट द्वारा 14 दिसंबर को हटाने के आदेश दिए गए हैं। जोधपुर हाईकोर्ट ने चूरू जिला कलेक्टर को आदेश दिए हैं कि 4 जनवरी 2023 तक इस मंदिर को हटाकर हाईकोर्ट में रिपोर्ट पेश की जाए। हाईकोर्ट के आदेश के बाद चूरू जिला कलेक्टर, एसडीएम सहित तमाम अधिकारी मंदिर का मौका मुआयना कर चुके हैं। वहीं अब मंदिर हटाने की सूचना जैसे जैसे लोगों को लगी यह सूचना आग की तरह पूरे शहर में फैल गई। शनिवार शाम 5 बजे भी करणी माता मंदिर पर सर्व समाज की एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि रविवार दोपहर 2 बजे सर्व समाज की एक बड़ी बैठक का आयोजन किया जाएगा जिसमें मंदिर बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया जाएगा और मंदिर बचाने को लेकर क्या कुछ प्रयास किए जा सकते हैं। इसको लेकर चर्चा की जाएगी। इस अवसर पर बैठक में मौजूद शिवदयाल पारीक ने कहा कि कुछ असामाजिक लोगों द्वारा द्वेषता पूर्वक इस मंदिर को हटवाने के लिए हाईकोर्ट में याचिका दर्ज कर हाईकोर्ट के आदेश प्राप्त किए हैं लेकिन यह मंदिर सड़क से काफी दूरी पर है और 60 साल पुराना मंदिर है। श्यामलाल शर्मा ने कहा कि रविवार दोपहर 2 बजे सर्व समाज की एक विशाल बैठक का आयोजन किया जाएगा। जिसमें शहर के सभी समाजों के प्रबुद्धजन मौजूद रहेंगे और मंदिर बचाओ संघर्ष समिति का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह मंदिर 60 वर्षों पुराना है और शहर के बड़ी संख्या में लोगों की इस मंदिर के प्रति आस्था जुड़ी हुई है। यह मंदिर के पास से गुजरने वाली सरदारशहर बीकानेर सड़क को कहीं भी बाधित नहीं करता है फिर भी एक निजी स्वार्थ के लिए कुछ असामाजिक लोगों द्वारा यह कृत्य किया गया है। इस अवसर पर शिवनारायण पारीक, अनूप सोनी, हंसराज ओझा, श्यामलाल सेवदा, शिवभगवान बागड़ी, परमेश्वर पारीक, दीपू जैसनसरिया, बीरबल माली रोहिताश, हरिसिंह राठौड़, संजय प्रजापत, बुलाकी शर्मा, सीताराम माली, मुकेश देरासरी, बाबूलाल, मोहनलाल, दीपचंद प्रजापत, रेवंतराम सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।