दो दिवसीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का हुआ समापन
अलवर। शांति एवं अहिंसा विभाग एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आज प्रताप ऑडिटोरियम में आयोजित दो दिवसीय जिला स्तरीय गांधी दर्शन प्रशिक्षण शिविर का समापन कार्यक्रम आयोजित हुआ।
प्रशिक्षण में अतिरिक्त जिला कलक्टर द्वितीय इंद्रजीत सिंह, दिल्ली पुलिस में आईपीएस महेश भारद्वाज, गांधी दर्शन समिति के जिला संयोजक हिमांशु शर्मा ने राष्ट्रपिता गांधी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उन्हें अपने जीवन में आत्मसात करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी के जीवन में सत्य और अहिंसा के प्रति सबसे अधिक आग्रह और निष्ठा के दर्शन होते है कहने के लिए यह दो है लेकिन वास्तव में गांधी जी के लिए यह एक ही मूल्य के दो पहलू थे। जो व्यक्ति सत्य पर टिका है वह अनिवार्यता अहिंसक होगा यह उनका मूल विश्वास था ।
गांधी जीवन दर्शन समिति से जुड़े पदाधिकारियों ने कहा कि नए भारत के संस्थापक के रूप में गांधी ने हमें स्वतंत्रता पूर्व संर्घष की विरासत छोड़ी है जिसे हम सभी संजोए रखे हैं और अब भी विश्व भर में अनेकों लोगों के लिए विरासत प्रेरणा का काम करती है। गांधी जी का सत्य साध्वी जरूरतमंदों की देखभाल और अहिंसा पर उनका अटूट विश्वास था। गरीब और बेसहारा वर्ग के लिए काम करने की अदम्य इच्छा को फलीभूत करना ही गांधी का अंतिम लक्ष्य था। उन्होंने कहा कि गांधी दर्शन कि बिना भारतीय समाज में नए भारत की बात अधूरी सी लगती है। नए भारत का निर्माण करने हेतु गांधी दर्शन एक मजबूत नीव की भांति है। उनके द्वारा उत्पन्न विचार जैसे सर्वोदय, सत्याग्रह, खादी ग्राम स्वराज महिला, शिक्षा, स्वावलंबन अन्य सामाजिक चेतना से मिलकर ही नए भारत का निर्माण हुआ है। उन्होंने कहा कि युवा पीढ़ी को तो हमेशा गांधी दर्शन से प्रभावित रहना चाहिए ।
इस अवसर पर जिला रसद अधिकारी जितेन्द्र सिंह नरूका, यूआईटी के भूमि अवाप्ति अधिकारी सोहन सिंह नरूका, जिला सह संयोजक ओम प्रकाश ढहलावास, गांधी दर्शन समिति के महासचिव विशाल यादव, राजगढ़ उपखंड के संयोजक एलएन वर्मा, समिति सदस्य नागेंद्र सिंह सहित गांधी जीवन दर्शन समिति से जुड़े बड़ी संख्या मे प्रशिक्षणार्थी उपस्थित थे।