राजस्थान में 52 अटल पथों को मंजूरी: 206 करोड़ की स्वीकृति, 41 विधानसभा क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण, जयपुर में 6 जगहों पर होंगे प्रोजेक्ट

राजस्थान में 52 अटल पथों को मंजूरी: 206 करोड़ की स्वीकृति, 41 विधानसभा क्षेत्रों में सड़कों का निर्माण, जयपुर में 6 जगहों पर होंगे प्रोजेक्ट

जयपुर, 23 सितंबर: राजस्थान सरकार ने प्रदेश में ग्रामीण क्षेत्रों को बेहतर कनेक्टिविटी देने के लिए 52 अटल पथों के निर्माण की योजना को मंजूरी दे दी है। इस परियोजना के तहत 41 विधानसभा क्षेत्रों में 206.35 करोड़ रुपए की लागत से अटल पथ बनाए जाएंगे, जो गांवों को शहरों और प्रमुख कस्बों से जोड़ेंगे। 

उपमुख्यमंत्री और सार्वजनिक निर्माण विभाग मंत्री दिया कुमारी ने कहा कि इन अटल पथों का निर्माण सीमेंट कंक्रीट से किया जाएगा, जिसकी चौड़ाई 7 मीटर होगी। साथ ही, बरसात के पानी की निकासी के लिए दोनों ओर ड्रेनेज लाइनें भी बनाई जाएंगी। इन पथों की लंबाई 1 से 3 किमी के बीच होगी और यह उन गांवों में बनाए जाएंगे, जिनकी आबादी 10,000 से अधिक है।

अटल पथों का निर्माण इन विधानसभा क्षेत्रों में होगा
किशनगढ़, पुष्कर, सोजत, जैतारण, मांडल, डेगाना, मेड़ता, शाहपुरा (शाहपुरा), गढ़ी, घाटोल, पचपदरा, बाड़मेर, राजाखेड़ा, हिण्डौन, रतनगढ़, सुजानगढ़, तारानगर, नोहर, पिलानी, सूरजगढ़, शाहपुरा (जयपुर), झोटवाड़ा, आमेर, झालरापाटन, डीग, पीपल्दा, लालसोट, खण्डार, बाली, सोजत, बिलाड़ा, लूणी और रेवदर में एक-एक अटल पथ बनाए जाएंगे। इसके अलावा, डीडवाना, सिवाना, दांतारामगढ़, सिकराय, भोपालगढ़, और ओसियां में 2-2 पथ, जबकि चौमूं और जालौर विधानसभा क्षेत्रों में 3-3 अटल पथों का निर्माण होगा।

जयपुर में बनने वाले अटल पथ
चौमूं विधानसभा क्षेत्र में 3 जगह अटल पथ बनाए जाएंगे। इनमें कालाडेरा गांव में पावर हाउस से मंडी छीपा मोहल्ला होते हुए मुख्य बस स्टैंड तक, ईटावा भोप जी गांव में एसएस-37ई ढहर दुग्ध डेयरी से भोमिया जी की जोड़ी तक, और मोरिजा गांव में एसएच-8बी मोरिजा मुख्य आबादी से अन्नतपुरा सड़क तक।  
झोटवाड़ा विधानसभा क्षेत्र में निवारू गांव में गैस गोदाम से बोयथावाला सीमा तक और आमेर क्षेत्र में अचरोल गांव में एचएच-248 बस स्टैंड से अचरोल मुख्य बाजार तक सड़क बनेगी। शाहपुरा क्षेत्र के खेजरोली गांव में एसएच-37सी से कन्या पाठशाला होते हुए सिमारला सड़क तक अटल पथ का निर्माण होगा।

राज्य सरकार का यह प्रयास ग्रामीण क्षेत्रों को बेहतर सड़क कनेक्टिविटी देने के उद्देश्य से किया गया है, जिससे गांवों का विकास और सड़कों का सुधार हो सकेगा।