जयपुर में सेना के कमांडो के साथ पुलिस की बर्बरता, मंत्री राज्यवर्धन राठौड़ ने थाने में अधिकारियों को फटकारा

जयपुर, 12 अगस्त 2024: जयपुर के शिप्रापथ थाने में सेना के एक कमांडो के साथ पुलिस द्वारा की गई बर्बरता ने सनसनी फैला दी है। कमांडो अरविंद, जो वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के बारामूला में तैनात हैं, 11 अगस्त को अपने परिचित जवान के केस के संबंध में जानकारी लेने थाने पहुंचे थे। वहां पुलिसकर्मियों ने उनसे दुर्व्यवहार किया और बाद में उन्हें निर्वस्त्र कर डंडों से पीटा गया। इतना ही नहीं, पुलिसकर्मियों ने उन्हें अपराधियों के बीच बैठाकर कहा, "पुलिस भारतीय सेना की बाप है।"

इस घटना की शिकायत जब कमांडो ने सैनिक कल्याण मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से की, तो उन्होंने तुरंत थाने पहुंचकर अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। राठौड़ ने इस घटनाक्रम की जानकारी मीडिया को दी और बताया कि इस मामले में एक सब-इंस्पेक्टर समेत चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया गया है।

थाने में मंत्री राठौड़ ने एसीपी संजय शर्मा और अन्य पुलिस अधिकारियों से सवाल-जवाब किए। उन्होंने कमांडो के साथ हुई मारपीट के सबूत दिखाए और पुलिसकर्मियों के व्यवहार पर कड़ी नाराजगी जताई। एसीपी संजय शर्मा द्वारा कमांडो के गाली देने के तर्क पर राठौड़ ने कहा कि ताकतवर लोगों को धैर्य की जरूरत होती है और पुलिस को जनता की सेवा का दायित्व निभाना चाहिए, न कि अपनी ताकत का दुरुपयोग करना चाहिए।

मंत्री राठौड़ ने इस घटना को "घिनौनी मानसिकता" का परिचायक बताया और कहा कि राजस्थान पुलिस को ऐसे मानसिकता वाले पुलिसकर्मियों की जांच और इलाज की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस को दी गई पावर के साथ जिम्मेदारी भी आती है, और इस घटना ने इस जिम्मेदारी का उल्लंघन किया है। राठौड़ ने डीजीपी और पुलिस कमिश्नर से इस मामले की पूरी जांच की मांग की है और कहा कि यह घटना सरकार के जीरो टॉलरेंस नीति के खिलाफ है।

मंत्री ने कहा, "देश की रक्षा करने वाले सैनिकों के साथ इस तरह का व्यवहार कायरता है और इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैं यहां इस मामले की गंभीरता को समझने और यह सुनिश्चित करने आया हूं कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।"