देश व दुनिया में विशिष्ट पहचान बनाने का सशक्त माध्यम है खेल - डॉ. कृष्णा पूनिया

देश व दुनिया में विशिष्ट पहचान बनाने का सशक्त माध्यम है खेल - डॉ. कृष्णा पूनिया

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य आयोजित खेल प्रतियोगिताओं का हुआ समापन
विजेता वा उप विजेता खिलाड़ियों को पुरस्कृत कर किया सम्मानित
जयपुर। देश व दुनिया में विशिष्ट पहचान बनाने को लेकर खेल एक सशक्त माध्यम के रूप में तेजी से उभर कर सामने आया है। खेल स्वास्थ्य, फिटनेस, मानसिक स्वास्थ्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। यह बात शुक्रवार को सवाईमान सिंह स्टेडियम के इण्डोर हॉल में युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद के तत्वावधान में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित खेल प्रतियोगिताओं के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह को सम्बोधित करते हुए राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद की अध्यक्ष सादुलपुर विधायक पदमश्री डॉ. कृष्णा पूनिया ने खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए कहीं। उन्होंने कहा कि महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक एवं राजनैतिक उपलब्धियों को चिन्हित करने के लिए हर वर्ष अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया जाता है।
डॉ. पूनिया ने कहा कि खेल फिटनेस गतिविधियों में महिलाओं की उत्साहजनक भागीदारी प्रोत्साहित करने के लिए नियमित खेल गतिविधियों और विविध कार्यक्रमों का आयोजन निरतंर होते रहने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने आमजन में खेलों के प्रति जागरूकता लाने के लिए राजीव गांधी ग्रामीण ओलम्पिक खेल का सफल आयोजन करवाया। जिसके परिणामस्वरूप मुख्यमंत्री ने ग्रामीण ओलम्पिक खेल की तर्ज पर ही शहरी ओलम्पिक खेल का आयोजन करवाने की घोषणा बजट में करते हुए 150 करोड़ रूपये के बजट का प्रावधान भी किया है।
इसी प्रकार बजट में संभाग स्तर पर सलीम दुर्रानी आवासीय स्पोर्ट्स स्कूल, राज्य क्रीड़ा परिषद में 100 नियमित खेल प्रशिक्षकों की नियुक्ति, भरतपुर में स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स, कोलिड़ा - सीकर एवं बांसवाड़ा में फुटबॉल, बीकानेर में साईक्लिंग, भीलवाड़ा में कुश्ती, राजगढ़ - चुरू में एथलेटिक्स एवं बाड़मेर व सीकर में बास्केटबॉल अकादमी शुरू करने की घोषणा कर मुख्यमंत्री ने प्रदेश में खेलों के विकास को लेकर अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है।
समारोह का सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि महिला एवं बाल विकास, आयोजन मंत्री ममता भूपेश ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पहली बार राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद की कमान महिला खिलाड़ी को सौंपकर मान - सम्मान बढ़ाया है। शेखावाटी अंचल में जुझारू व्यक्तित्व की धनी के रूप में अपनी पहचान बनाने वाली पदमश्री डॉ. कृष्णा पूनिया के नेतृत्व में प्रदेश में खेलों का स्वस्थ्य वातावरण का निर्माण हुआ है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी को सही उम्र में अपनी रूचि के अनुसार खेल का चयन कर लेना चाहिए। लक्ष्य को लेकर कड़ी मेहनत करने से निश्चित रूप से सफलता कदम चूमेगी। कोरोना के बाद आम आदमी स्वास्थ्य के प्रति काफी जागरूक हुआ है। 
इसी प्रकार मण्डावा विधायक रीटा चौधरी, धौलपुर विधायक शोभा रानी कुशवाह व वल्लभ नगर विधायक प्रीति शक्तावत ने खिलाड़ियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि बच्चों, युवाओं एवं आमजन को खेल एवं शारीरिक गतिविधियों को दैनिक दिनचर्या का अभिन्न अंग बनाना चाहिए। वर्तमान दौर में खेल मैदानों की जगह मोबाइल व टी.वी. ने ले ली है। जिसके कारण बच्चों का शारीरिक विकास रूक गया है। 
कार्यक्रम के दौरान 8 दिवसीय खेल प्रतियोगिताओं में विजेता एवं उप विजेता रहे खिलाड़ियों एवं टीमों को मंचस्थ अतिथियों ने पुरस्कृत कर सम्मानित करते हुए उज्जवल भविष्य की कामना की।
इससे पूर्व मंचस्थ अतिथियों को राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद की अध्यक्ष पदमश्री डॉ. कृष्णा पूनिया ने दुपट्टा व हरियाली का प्रतीक पौधा प्रदान कर स्वागत किया।
मुख्य खेल अधिकारी वीरेन्द्र पूनिया ने अतिथियों को प्रतीक चिन्ह प्रदान करते हुए सम्मान किया।
स्वागत भाषण राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद के सचिव डॉ. जी. एल. शर्मा एवं  अतिथियों का आभार वित्तीय सलाहकार महावीर मीणा ने किया।
इस मौके पर  साई के सहायक निदेशक विनय केस, खेल प्रबन्धक, जनसम्पर्क अधिकारी, खेल अधिकारी, प्रशिक्षक, खेलप्रेमी व खिलाड़ीगण उपस्थित रहे।