उपचुनाव में बीजेपी का नया फॉर्मूला हारे हुए प्रत्याशियों और परिवारवाद पर भी खेल सकती है दांव
राजस्थान विधानसभा उपचुनाव में जीत के लिए बीजेपी ने अपनी रणनीति बदलते हुए हारे हुए प्रत्याशियों और परिवारवाद से परहेज न करने के संकेत दिए हैं। पार्टी प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने स्पष्ट किया है कि इस बार टिकट का बंटवारा सिर्फ "जिताऊ उम्मीदवार" के आधार पर होगा, चाहे वह हारे हुए प्रत्याशी हों या किसी परिवार से संबंध रखते हों।
राठौड़ ने कहा कि पिछली हार के समय परिस्थितियां अलग थीं, जब कांग्रेस ने जनता के बीच भ्रम फैलाया था। उन्होंने कहा कि अब जनता सच को समझ चुकी है और बीजेपी इस बार कोई पूर्वाग्रह नहीं रखेगी। "न काहू से दोस्ती, न काहू से बैर" की नीति के साथ पार्टी चुनाव मैदान में उतरेगी।