ईमानदारी की मिसाल: स्वयंसेवकों ने लौटाया नकदी और आभूषणों से भरा बैग
चाकसू। संघ प्रचारक वर्ग में चिकित्सा जांच के दौरान आए स्वयंसेवक महेश प्रजापति (नर्सिंग ऑफिसर) और एम्बुलेंस चालक राधामोहन ने ईमानदारी की मिसाल पेश की। वापस लौटते समय उन्होंने सड़क किनारे एक बैग देखा। बैग की चैन बंद थी, जिसे देखकर उन्होंने समझा कि यह किसी का गिरा हुआ है। दोनों ने विचार-विमर्श के बाद बैग को खोला तो उसमें नकदी और आभूषणों के साथ एक मोबाइल फोन भी मिला।
बैग खोलते समय फोन की घंटी बजी, जिसे स्वयंसेवकों ने उठाया। फोन पर मूलसिंह धारोला (पदमपुरा निवासी) से बातचीत हुई। मूलसिंह ने बताया कि वे 25 वर्षों तक पदमपुरा मंदिर में सेवा दे चुके हैं और यह बैग उनका है।
इसके बाद स्वयंसेवकों ने बैग में मौजूद सभी सामान की पुष्टि कर नकदी और आभूषणों सहित बैग उन्हें लौटा दिया। सामान वापस पाकर मूलसिंह भावुक हो गए और स्वयंसेवकों की ईमानदारी की तारीफ करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पर समाज का विश्वास अडिग है।
मूलसिंह ने कहा कि यदि बैग किसी अन्य के हाथ लग जाता, तो शायद वे इसे कभी वापस नहीं पाते। उन्होंने स्वयंसेवकों की निष्ठा और ईमानदारी को सराहा। इस घटना ने समाज में संघ के प्रति विश्वास को और मजबूत किया है।