विधानसभा में हंगामा: स्पीकर देवनानी और मंत्री गोदारा में तीखी नोकझोंक

जयपुर (जयपुर टाइम्स)। राजस्थान विधानसभा में लिखित उत्तर पढ़ने के मुद्दे परस्पीकर वासुदेव देवनानी और खाद्य मंत्री सुमित गोदारा के बीच तीखी बहस हो गई। स्पीकर ने पहले ही यह व्यवस्था दी थी कि लिखित उत्तर को पढ़ा हुआ माना जाएगा, लेकिन मंत्री गोदारा ने इसका विरोध करते हुए सदन में जवाब पढ़ने की मांग की।
सवाल-जवाब के दौरान विवाद तब बढ़ गया जब भाजपा विधायक ललित मीना के प्रश्न पर स्पीकर ने मंत्री को जवाब पढ़ने से रोक दिया और विधायक को सीधे पूरक प्रश्न पूछने को कहा। इस पर गोदारा भड़क गए और बोले, "अगर सबकुछ पहले से लिखा है तो पढ़ने की जरूरत क्या है?" नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी स्पीकर का समर्थन किया, जिससे सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच तीखी बहस छिड़ गई।
बुधवार को भी इस मुद्दे पर 8 मिनट तक बहस हो चुकी थी, जिसमें संसदीय कार्यमंत्री जोगाराम पटेल और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने भी लिखित उत्तर पढ़ने की वकालत की थी। पटेल ने सदन के नियमों की किताब दिखाते हुए कहा कि इसमें भी लिखित उत्तर पढ़ने का उल्लेख है, जबकि स्पीकर का तर्क था कि सदस्यों को पहले ही उत्तर मिल जाता है, जिससे समय की बचत होती है**।
स्पीकर ने स्पष्ट किया कि सोमवार को सदन की स्वीकृति से यह व्यवस्था तय हो चुकी है और मंत्री चाहें तो उनके चैंबर में आकर इस पर चर्चा कर सकते थे। लेकिन गुरुवार को सदन में दोबारा हंगामा होने से माहौल गरमा गया। सरकार और विपक्ष दोनों पक्षों में टकराव के चलते सदन में तीखी बहस का दौर चलता रहा।