नीमकाथाना जिले में सामील करने की मांग को लेकर पीपलोदा का बास में ग्रामीण हुए लामबंद सीकर जिले में रखने का कर रहे हैं  विरोध  चौकड़ी में 15 जून को होगी आम सभा

नीमकाथाना जिले में सामील करने की मांग को लेकर पीपलोदा का बास में ग्रामीण हुए लामबंद  सीकर जिले में रखने का कर रहे हैं  विरोध   चौकड़ी में 15 जून को होगी आम सभा

कांवट, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत  द्वारा खंडेला विधान सभा को सीकर जिला में सामील करने के व्यक्तव्य के बाद क्षेत्र में गहलोत व क्षेत्रीय विधायक महादेव सिंह का जनता में विरोध बढता ही जा रहा है। ग्रामीणों ने मंगलवार 13 जून को पीपलोदा का बास बस स्टैंड शिव मंदिर पर सर्व दलिय सर्व समाज की आम सभा आयोजित कर विरोध प्रदर्शन किया।  ग्रामीणों ने कहा कि भौगोलिक स्थिति के अनुसार खंडेला तहसील के कांवट कस्बे के तीन-चार गिरदावर सर्किल नवसृजीत जिला  नीमकाथाना सीमा पर 15 से 35 किलोमीटर की दूरी पर नजदीक स्थित हैं। जिनको नीमकाथाना जिला में सामील किया जाए। वक्ताओं ने विधायक महादेव सिंह पर कांवट क्षेत्र की उपेक्षा कर विकास के पायदान से हटा दिया और अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षा पुरी करते रहे। आज अपनी राजनीतिक विरासत जमाने के लिए खंडेला तहसील को सीकर जिला में डाल दिया।  
सभा को पुर्व प्रधान शिवदयाल पालीवाल, पूर्व आईपीएस रामदेव सिंह खैरवा, एडवोकेट जगदीश प्रसाद शर्मा, खंडेला विधानसभा कांग्रेस प्रत्याशी सुभाष मील, रामावतार सिंह बड़सरा, लालचंद खैरवा, पोखरमल सेपट, सरपंच मीना सैनी, हम्मीराम खोकर, किशोर दुलहपुरा, रंगलाल स्वामी, ज्ञान चंद सैनी, रामदेव सैनी चौकड़ी, रजनीश फोगावट सरपंच प्रतिनिधि सुजाना, सतपाल चौहान, मालीराम मेजर, कृष्ण सिंह राठौर, कानाराम सैनी, संतोष कुमार यादव, कैलाश सामोता, राकेश मिश्रा  सहित अनेक वक्ताओं ने संबोधित किया। संघर्ष समिति की अगली मीटिंग ग्राम पंचायत चौकड़ी में 15 जून को आयोजित होगी। उसी दिन संघर्ष समिति व आमजन द्वारा विशेषाधिकारी जिला नीमकाथाना को कांवट क्षेत्र  सहित करीब 20 ग्राम पंचायतों को नीमकाथाना जिले में सामील करने का ज्ञापन सौंपा जाएगा।