जनाना अस्पताल में चिकित्सकीय लापरवाही: मृत बताकर प्री-डिलीवरी में जन्मा जीवित शिशु, 4 घंटे में हुई मौत, अस्पताल पर 5.20 लाख का जुर्माना
जयपुर के जनाना अस्पताल में 25 सप्ताह के भ्रूण को मृत बताकर प्री-डिलीवरी करवाई गई, जिसमें शिशु जीवित जन्मा लेकिन 4 घंटे बाद उसकी मृत्यु हो गई। लोक अदालत ने इस घटना को गंभीर चिकित्सकीय लापरवाही और सेवादोष माना और अस्पताल के प्रिंसिपल, कंट्रोलर तथा अधीक्षक पर 5.20 लाख रुपए का जुर्माना लगाया।
प्रार्थिया बीना मीना की शिकायत पर सुनवाई करते हुए लोक अदालत ने अस्पताल की ओर से दिए गए तर्क को खारिज किया। डॉक्टर्स ने पहले परिजनों को बताया कि शिशु मृत है और समय पर डिलीवरी नहीं हुई तो माँ की जान को खतरा हो सकता है। लेकिन प्री-डिलीवरी के बाद जीवित शिशु का जन्म हुआ, जिसे एनआईसीयू में भी रखा गया पर अंततः 4 घंटे में उसकी मौत हो गई।
परिजनों का आरोप था कि सोनोग्राफी रिपोर्ट गलत थी, जिससे भ्रूण को मृत घोषित कर लापरवाही बरती गई। अदालत ने इसे अमानवीय कृत्य मानते हुए अस्पताल को 30 दिन में हर्जाना अदा करने का आदेश दिया।