चार सम्प्रदाय वैष्णव समाज का ऐतिहासिक सामूहिक विवाह संपन्न, 21 जोड़े बंधे विवाह बंधन में 

चार सम्प्रदाय वैष्णव समाज का ऐतिहासिक सामूहिक विवाह संपन्न, 21 जोड़े बंधे विवाह बंधन में 


राजस्थानी परंपराओं के साथ उत्साहपूर्ण आयोजन, बेटी बचाओ का संकल्प दिलाया 

सुमेरपुर। चार सम्प्रदाय वैष्णव समाज सामूहिक विवाह समिति गोड़वाड़ के तत्वावधान में श्री निंबेश्वर महादेव मंदिर परिसर में समाज का आठवां सामूहिक विवाह समारोह भव्य रूप से संपन्न हुआ। इस अवसर पर 21 नव युगल जोड़ों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अग्नि के समक्ष सात फेरे लेकर एक-दूसरे का जीवन साथी बनने का संकल्प लिया।  

पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ विवाह संपन्न  
समारोह में पारंपरिक मारवाड़ी गीतों के साथ दुल्हनों का स्वागत किया गया। ज्योतिषाचार्य पंडित अर्जुन व्यास और आचार्य जितेंद्र व्यास ने वैदिक मंत्रों के साथ विवाह की सभी रस्में पूरी करवाईं। दूल्हों ने तलवारों से तोरण मारी और भुआओं ने आरती उतारकर तिलक किया।  

पुष्प वर्षा और सामूहिक बंदोली का आयोजन  
समारोह के दौरान विवाह स्थल पर बारातियों का स्वागत पुष्प वर्षा के साथ किया गया। इसके बाद ढोल-थाली और बैंड-बाजों के साथ सामूहिक बंदोली निकाली गई, जिसमें बाराती और घराती खुशी से झूमते नजर आए।  

बेटी बचाओ का लिया संकल्प
समारोह को पूरी तरह नशा मुक्त रखा गया और "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" जैसे जागरूकता संदेशों के बैनर लगाए गए। संत-महात्माओं ने समाज बंधुओं को इस संकल्प के प्रति जागरूक किया।  

विदाई के दौरान छलके आंसू
विदाई के दौरान नव दंपतियों के परिवारों की आंखों में खुशी और गम के आंसू छलक उठे। समाज के लिए यह आयोजन केवल विवाह का नहीं, बल्कि आपसी सौहार्द और एकता का प्रतीक बना।  

विशिष्ट अतिथियों का स्वागत 
समारोह में समाज के गणमान्य भामाशाहों और अतिथियों का पारंपरिक तरीके से साफा, चुनरी और श्रीफल भेंट कर सम्मान किया गया। मंच संचालन हितेश रामावत और डॉ. प्रवीण वैष्णव ने किया। आयोजन की अनुशासन और भव्यता को सभी ने सराहा।