ये राह नहीं आसान.. गड्ढों में तब्दील हो गई सड़क, मिट गया नामो निशान 

ये राह नहीं आसान.. गड्ढों में तब्दील हो गई सड़क, मिट गया नामो निशान 


जयपुर टाइम्स 
सांभरलेक। कस्बे में नरैना - दूदू सड़क मार्ग गड्ढों में तब्दील हो चुकी है मगर जिम्मेदारों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। बीच सड़क पर बने गहरे गड्ढों के चलते कई वाहन चालक हादसे का शिकार हो चुके हैं मगर जिम्मेदार विभाग और अधिकारी इन सबसे बेपरवाह है। सांभरलेक से दूदू जाना है तो वाहन चालकों को बरबस ही रोना आता है। मातेड़ा के आगे से दूदू तक सड़क का नामो निशान ही मिट गया है। सांभरलेक से दूदू तक 28 किलोमीटर जाने में पहले करीब 1घंटे का समय लगता था तो अब दो घंटे तक का समय वाहन चालकों को लग रहा है। गहरे गड्ढों में आए दिन वाहन फंसकर खराब हो रहे हैं। इस खस्ताहाल सड़क मार्ग से तंग आ चुके वाहन चालक दूदू जाने के लिए इस मार्ग की बजाय फुलेरा, मोखमपुरा होकर जाने लगे हैं। भले ही यह मार्ग 45 किलोमीटर लंबा पड़ता है लेकिन वाहन चालकों के सामने और कोई विकल्प नहीं बचा है। इधर कस्बे के नरेना रोड पर डिप्टी ऑफिस से करणी विहार कॉलोनी तक पालिका प्रशासन की ओर से निर्मित रोड  क्षतिग्रस्त होकर गड्ढों में तब्दील हो गई है। नावा कुचामन को दूदू से जोड़ने वाले स्टेट हाईवे नंबर 2 पर निर्मित इस रोड का निर्माण सांभर नगर पालिका के एकमात्र ठेकेदार राकेश जैन की फर्म की ओर से किया गया था।जिसमे घटिया निर्माण सामग्री के चलते पहली बारिश में ही जगह-जगह से उखड़ कर डामर की ये सड़क कंक्रीट में तब्दील हो गई। जिससे हजारों वाहन चालकों और राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई बार दुपहिया वाहन चालक इस उबड़ खाबड़ गड्ढों
में तब्दील रोड पर गिरकर चोटिल हो चुके हैं। लेकिन टेकेदार और प्रशासन को इससे कोई सरोकार नहीं है। इस रोड के गारंटी पीरियड में होने के बावजूद पालिका प्रशासन की घोर लापरवाही और  ठेकेदार से मिलीभगत के चलते  रोड को सही करना तो दूर पेचवर्क तक नही किया गया।