अखिल भारतीय लघुकथा सम्मेलन में नवसृजित पुस्तकों का किया लोकार्पण

चूरू। राजस्थान साहित्य अकादमी, उदयपुर एवं साहित्य समिति, राजगढ़ (चूरू) के संयुक्त तत्वावधान में राजगढ़ के श्रीश्याम मन्दिर सभागार में आयोजित दो दिवसीय अखिल भारतीय लघुकथा सम्मेलन रविवार को संपन्न हुआ।
सम्मेलन का उद्घाटन सादुलपुर की विधायक पद्मश्री डॉ. कृष्णा पूनियां.व सुजानगढ़ के विधायक मनोज मेघवाल ने किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अकादमी के अध्यक्ष डॉ. दुलाराम सहारण ने की। द्रोणाचार्य अवार्डी वीरेन्द्र पूनिया, राजगढ़ नगरपालिका की अध्यक्ष रजिया गहलोत विशिष्ठ अतिथि थे।
प्रथम दिवस के द्वितीय सत्र में साहित्यकार डॉ. रामकुमार घोटड़, डॉ. सत्यवीर मानव रूप देवगुण, पुरूषोत्तम दुबे, डॉ. अनिल आजाद, डॉ. शील कौशिक, योगराज प्रभाकर, डॉ. बलराम अग्रवाल आदि साहित्यकारों की नवसृजित पुस्तकों का लोकार्पण तथा हिन्दी लघुकथा के रचना धर्मिता आधारित आलेखों का वाचन किया गया । तृतीय सत्र में समकालीन लघुकथा विषय पर डॉ. बलराम अग्रवाल, पूर्णिमा मित्रा, भागीरथ, जगदीश कुलरिया, डॉ. ऋचा शर्मा बेबी कारफोर्मा, अन्तरा करवड़े, चन्द्रेश छतलानी आदि साहित्यकारों ने पत्र वाचन किया।
द्वितीय दिवस के प्रथम सत्र में डॉ. रामनिवास मानव, हरनाम शर्मा, कमलेश भारतीय, डॉ. सुरेन्द्र डी. सोनी, ओमप्रकाश तंवर, राजेन्द्र शर्मा मुसाफिर, विश्वनाथ भाटी, दीनदयाल शर्मा, अंजीव अंजुम, डॉ. सत्यवीर मानव ज्ञानप्रकाश पीयूष, प्रकाश तातेड़, मेजर शक्तिराज, हरभगवान चावला, डॉ. शील कौशिक, पद्मजा शर्मा, नीरू मित्तल, सुनीता आनन्द, नीना छिब्बर, वसुधा गाडगिल, पूर्णिमा मित्रा आदि ने अपनी लघुकथाओं का वाचन किया। योगराज प्रभाकर ने पति लघुकथाओं पर समीक्षात्मक टिप्पणी प्रस्तुत की। समापन सत्र में मंचस्थ अतिथि हरदान हर्ष, डॉ. अनिल शूर आजाद, शिक्षाविद् श्यामसुन्दर शर्मा, डॉ. रामावतार सोनी, डॉ. रामकुमार घोटड़ ने लघुथाकारों को सम्मान पत्र, स्मृति चिह्न व अंगवस्त्र भेंट कर उनका सम्मान किया। साहित्य समिति के उपाध्यक्ष पुरूषोत्तमदेव पाण्डिया ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन साहित्य समिति के मन्त्री अनिल शास्त्री ने किया। सम्मेलन में साहित्य समिति के पदाधिकारी प्रतापसिंह कस्वां, इन्द्रकुमार गोस्वामी, डॉ. सत्यनारायण शाण्डिल्य, हीरालाल भार्गव, रणजीतसिंह भाटी, महन्त जगदीश पुरी, अशोककुमार, संतोषकुमार जांगिड़, जाफर खान, गोपालराम सोलड़ा, रामकुमार आर्य, विजयकुमार आर्य ने आयोजकीय भागीदारी दी।